आज के समय में व्यक्ति एस.एम.एस. एवं इ-मेल में व्यस्त है। सभी के जीवन से पत्र-लेखन विसरता जा रहा है। तो आज भी एस.एम.एस. एवं इ-मेल कि दुनियाँ में पत्रों का उपयोग कम होने के बावजूद पत्रों का अपना अलग ही महत्व हैं ।
इसकी उपयोगीता एवं जीवन में पत्रों की महत्वता बताते हुए दिनांक 08 अगस्त 2012 से 10 अगस्त 2012 के मध्य हिन्दी विषय शिक्षक श्री मुकेश जोशी के मार्गदर्शन में 8वीं कक्षा के ‘ब’ वर्ग में प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया तत्पश्चात उन्होंने अपने-अपने परिवार को पत्र लिखा एवं पत्रों में बच्चों ने अपने-अपने माता-पिता से बिनती की कि प्रत्युत्तर में वें भी ऐसे ही पत्र (POST CARD) में पारिवारिक बातें एवं विचार लिखकर बच्चों का उत्साह बढ़ाएँ।
इस प्रकार बच्चों ने आनंद लेते पत्र लिखा तथा वें उत्साह के साथ पत्रों के प्रत्युत्तर की प्रतिक्षा करते हुए आनंद लेते हुए पढ़ाई में व्यस्त हो रहे हैं।
इस प्रकार बच्चों ने आनंद लेते पत्र लिखा तथा वें उत्साह के साथ पत्रों के प्रत्युत्तर की प्रतिक्षा करते हुए आनंद लेते हुए पढ़ाई में व्यस्त हो रहे हैं।
- शिक्षक श्री मुकेश जोशी
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