Saturday, September 29, 2012

Std 9: नाट्य - "गिल्लू"

गिल्लू”—पाठ के आधार पर पर दिनांक 16 जुलाई से 22 जुलाई 2012 के मध्य एक सप्ताह तक नाट्य का आयोजन किया गया।

कक्षा 9वीं अ तथा 9वीं ब के 32 बच्चों को चार जूथों में विभाजित किया गया। संपूर्ण प्रवृत्ति का आयोजन विषय शिक्षक श्री मुकेशभाई जोशी के मार्गदर्शन में गतिशील रहा।

 

Friday, September 28, 2012

Std 8: वाद-विवाद—“कहाँ मस्ती करनी चाहिए तथा कहाँ मस्ती नहीं करनी चाहिए, तथा क्यों ?”

आज के समय में व्यक्ति का मन अधिक फैल रहा है। वह धीरे-धीरे अधिक चंचल होता जा रहा है। छात्रों की एकाग्रता कम हो रही है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पढ़ाई में एकाग्रता अत्यंत आवश्यक है। मन की एकाग्रता के लिए

सर्वप्रथम शरीर का स्थिर होना ज़रुरी है। एक संत ने कहा है—

“ तन स्थिर मन स्थिर”

अर्थात मन को स्थिर करना हो तो प्रथम तन यानि शरीर की चंचलता को स्थिर करना पड़ेगा और शरीर को स्थिर करने के लिए छात्रों को यह ज्ञान होना चाहिए कि हमें शरीर को स्थिर कयों करना है अर्थात उनको ज्ञान होना चाहिए कि मुझे ऐसा कयों करना चाहिए और ऐसा क्यों नहीं करना चाहिए।

बच्चों को बेन्च पर बैठे-बैठे पैर हिलाने की आदत, चारों तरफ अकारण देखते रहने की आदत, कलम अर्थात पेन घुमाने की आदत आदि से मज़बूर हो गए होते हैं। यानि वें मस्ती करते रहते हैं।

यदि उसे पता हो कि कहाँ मस्ती करनी चाहिए और कहाँ मस्ती नहीं करनी चाहिए तथा क्यों? इस प्रश्न को वे भली-भाँति समझते हो तो वह छात्र पढ़ाई में जाग्रत रहता हैं।

इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु कक्षा 8वी ब में—

कहाँ मस्ती करनी चाहिए तथा कहाँ मस्ती नहीं करनी चाहिए, तथा क्यों ?”—इस विषय पर दिनांक 17 जून से 23 जून 2012 के मध्य एक सप्ताह तक वाद-विवाद ( Debate ) का आयोजन किया गया।

संपूर्ण वर्ग के 32 बच्चों को पाँच जूथों में विभाजित किया गया। संपूर्ण प्रवृत्ति का आयोजन विषय शिक्षक श्री मुकेशभाई जोशी के मार्गदर्शन में गतिशील रहा।

वाद-विवाद के अंत में जो निष्कर्ष निकला उसके कुछ मुद्दे निम्नलिखित हैं—

1. वर्गखंड में मस्ती में नहीं करनी चाहिए, क्योकि उससे हमारी एकाग्रता में बाधा आती है तथा पढ़ाई पर असर पड़ता है।

2. प्रार्थना कक्ष में दैवत्व अर्थात भक्ति का वातावरण होता हैं, जहाँ पर हमें भगवान के आशिष प्राप्त होते हैं, अत: वहाँ शिस्त (अदब) अति आवश्यक है।

3. भोजनालय में यदि एकाग्रता से शांतिपूर्वक भोजन करते हैं तो पाचक रस का निर्माण अधिक होता है, जिससे हमारा भोजन सुपाच्य बनता है।

4. छात्रालय में अवकाश के समय(Free Time) तथा खेल के मैंदान में जब सिर्फ़ समय व्यतीत करने के उद्देश्य से खेल रहे हो, तब किसी को शारीरिक या मानसिक हानि न पहुँचे इस तरह शिस्तता का पालन करते हुए मस्ती कर सकते हैं।

इस प्रकार बच्चों ने आनंद लेते हुए ज्ञान प्राप्त किया तथा आचरण में लेने का निर्णय लिया।  





-हिन्दी शिक्षक मुकेशभाई जोशी

Thursday, September 27, 2012

Std 8: वर्ग-प्रवृत्ति— ‘पत्र-लेखन’

आज के समय में व्यक्ति एस.एम.एस. एवं इ-मेल में व्यस्त है। सभी के जीवन से पत्र-लेखन विसरता जा रहा है। तो आज भी एस.एम.एस. एवं इ-मेल कि दुनियाँ में पत्रों का उपयोग कम होने के बावजूद पत्रों का अपना अलग ही महत्व हैं ।

इसकी उपयोगीता एवं जीवन में पत्रों की महत्वता बताते हुए दिनांक 08 अगस्त 2012 से 10 अगस्त 2012 के मध्य हिन्दी विषय शिक्षक श्री मुकेश जोशी के मार्गदर्शन में 8वीं कक्षा के ‘ब’ वर्ग में प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया तत्पश्चात उन्होंने अपने-अपने परिवार को पत्र लिखा एवं पत्रों में बच्चों ने अपने-अपने माता-पिता से बिनती की कि प्रत्युत्तर में वें भी ऐसे ही पत्र (POST CARD) में पारिवारिक बातें एवं विचार लिखकर बच्चों का उत्साह बढ़ाएँ।


इस प्रकार बच्चों ने आनंद लेते पत्र लिखा तथा वें उत्साह के साथ पत्रों के प्रत्युत्तर की प्रतिक्षा करते हुए आनंद लेते हुए पढ़ाई में व्यस्त हो रहे हैं। 

- शिक्षक श्री मुकेश जोशी

Saturday, September 22, 2012

हिन्दी गुजराती प्रतियोगिता 2012

आत्मीय विद्यामंदिर में 1 सितम्बर 2012 शनिवार को सुबह 11:20 से दोपहर 01:10 तक प्रार्थनाकक्ष के स्पर्धा-मंच पर हिन्दी-गुजराती प्रतियोगिता (Hindi-Gujarati Competition 2012) का आयोजन हिन्दी शिक्षकगण श्री. मुकेशभाई जोशी, श्री पुष्पक जोशी, श्रीमति संगीता दूबे एवं गुजराती शिक्षकगण श्री गौतम पटेल, श्रीयुक्ता वैदेही बहन, श्रीयुक्ता रेखाबहन के मार्गदर्शन में किया गया।

कार्यक्रम का प्रारंभ भगवान के पूजन से किया गया। इस संपूर्ण कार्यक्रम को पाँच प्रतियोगिताओं में विभाजित किया गया:
  1. कक्षा 1,2 के लिए गुजराती में दृश्य-श्राव्य प्रक्षेपण संसाधन द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रस्तुतिकरण,
  2. कक्षा 3,4,5 के लिए गुजराती में दृश्य-श्राव्य प्रक्षेपण संसाधन द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रस्तुतिकरण,
  3. कक्षा 6,7,8 के लिए हिन्दी में दृश्य-श्राव्य प्रक्षेपण संसाधन द्वारा “भ्रष्टाचार” विषय पर प्रस्तुतिकरण,
  4. कक्षा 9 के लिए गुजराती में “हूँ मानवी मानव थाऊँ तोय घणुं” विषय पर वकृत्व-स्पर्धा,
  5. कक्षा 10 के लिए हिन्दी में “अच्छे पुस्तक मेरे सच्चे मित्र” विषय पर वकृत्व-स्पर्धा।


सभी विद्यार्थी इस प्रतियोगिताओं में सरस डूबे हुए थें। इस संपूर्ण कार्यक्रम में ध्यानाकर्षक तथ्य यह था कि इन सभी स्पर्धाओं का संचालन छात्रों ने स्वयं किया था, जो आज के वर्तमान में एक छात्र के लिए उत्कृष्ट बात है, क्योंकि यही छात्र आगे चलकर एक जागृत नागरिक बन समाज के नेतृत्व में अपना योगदान देकर एक सच्चा नागरिक होने की महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेगा। ऐसे छात्रों का बीजाँकुरण आत्मीय विद्यामंदिर में हो रहा है यह आत्मीय विद्यामंदिर के छात्रों एवं स्वयं पाठशाला तथा समाज के लिए एक गौरव की बात है।

धन्यवाद सह,

हिन्दी शिक्षक मुकेशभाई जोशी
सह हिन्दी एवं गुजराती शिक्षकगण

Saturday, September 15, 2012

5 AVM students selected for state level skating competition!

Atmiya Vidya Mandir Participated in the District level Skating Competition held at Varachha Skating Rink Surat on 28th Aug 2012.

There were total of 150 participating students at district level tournament. Out of these 150 students, 24 students were to be selected for the further participation at the state level. Hard work of the students and the coach of AVM paid off as 5 students were selected for this prestigious competition.


Following is the list of students selected for the state level competition:

Sr. No.
Name of the students
Std.
Category
1
Uday  Jariwala
8A
Qard
2
Pranesh Patel
7A
Qard
3
Mishal V Kansara
11Com
Qard
4
Parth P Patel
10B
Qard
5
Aditya Oza
5A
Qard
 







Coach :- Mr. Mitesh Sir
Manager :- Mr. Ritesh Sir
Sports In Charge:- Mr. Ramakar Dubey 

Submitted by: The AVM Sports Team

BSc Nursing: vacant seats in Maharashtra


Thursday, September 13, 2012

Teachers: The light of our life

Who help in shaping our life
Who wipe our tears and make us smile!
Who solve our doubts,
Who guide us, teach us, discipline us,
Who play with us and helps us overcome our fears!
And finally make us shine like a star supporting us from back like a night sky!


Our teachers!!!!!!!!!!!

These individuals seem to be God sent at Atmiya Vidya Mandir
Come let’s celebrate all these people who have made an impact on us from day one!

Let us celebrate Teacher’s Day!

...these expressions are like drops in the ocean of the great qualities that teachers of Atmiya Vidya Mandir possess. To give reverence to such teachers, students of Atmiya Vidya Mandir organised a heartfelt cultural programme and stage show on the pious day of 5th September 2012 widely known in India as the Teachers Day.

Devoted to make this day special for their teachers the students of Std 11 gave their soul and sweat while preparing for the function a fortnight prior to the eventful day. The whole celebration was planned secretly so as to keep the teachers wondering what was going around. Students decorated the entire prayer hall on the eve of teacher’s day to offer a pleasant surprise to the teachers.

And finally the day arrived. All students were seated in the prayer hall when the teachers made their grand entry. A memorable programme was organized to honour teachers with most powerful expression. Bestowing it with dignity and enriching it with a deeper sense of respect, the junior students welcomed the teachers by doing poojan and showering flowers on them. Then welcomed and greeted by the senior students, the teachers took their seats at the centre of the hall.

Having been well instilled with the belief that, nothing happens without the blessings of God, the hosts of the show (Raj, Sagar K, Harsh) invited the dignitaries of the school to do the poojan of Thakorji. Speaking on the occasion, Abhishek Ariwala gave a stirring speech about teachers day, he signified the importance of teachers in one’s life by narrating his experience at the school. Then started the cultural events of the day. The first performers to set fire on the stage were the AVM singing idols: Nilesh, Viraj, Yash, Abhishek D, Jigar, Nirmal, Anmol and Parag. They sang melodious songs with their sensational voice which mesmerized the audience, especially the teachers who couldn’t hold back their emotions and praised the students for their performance through their applause.

The amazing hosts of the event did a marvellous job just like professionals they were at the nook by keeping the audience entertained with their spontaneous bubbly remarks which had the teachers doubling up and rippling with laughter, reacting with resounding claps of joy. With enticing queries, they moved around the audience asking the students to say a few words about their favourite teachers, the hosts also asked the new teachers about their experience at the school.

After this, cards were presented to the teachers by the students along with their unique qualities written in it. This was followed by the groundbreaking and electrifying one-of-a-kind dance performance by Harsh Ambalia and group which was themed to thank the teachers for guiding us, inspiring us and making us what we are today and will be tomorrow.

The most emotional and heart touching event of the celebration were the glimpses of the teachers presented by the students in the form of a video which left everybody in the prayer hall in a state of nostalgia and awe. The glimpses enforced the message of love and caring that the teachers and student possess for one another.

Then came the legendary performance of the celebration by the group of Suhradam Sir which consisted of an unbelievable number of 256 students who performed on the song - You Have Made A Difference. The teachers were so emotionally touched that they couldn’t stop themselves from giving an applause with all their hands high in the air and which seemed to last forever. Finally it was clear that through their diverse creativity and dedication the students conveyed the message of samarpan to the teachers and that their love and affection for their teachers is deeper than any ocean and higher than the skies.
After the fabulous dance, Sagar N gave vote of thanks to every teacher who helped make the show successful. Then the school principal, Vijay Sir was invited to give the speech on Teachers Day. He shared his personal experiences about his childhood teachers and thanked all the students for putting up such an amazing show for the teachers and congratulated on the efforts of all the students.

In the school, the students took up the teaching job while the teachers sat in the classes alongside other students, enjoying the teaching of their students. It was a onetime experience to see the students dressed like teachers walking down the corridors shoulder to shoulder with the teachers. The whole day was very eventful and left treasurable memories in everybody’s minds.

Written By: Shubham Pansari and Shubham Patel (11th Commerce)

Tuesday, September 11, 2012

10 AVM students selected for state level TT competition!

Atmiya Vidya Mandir students participated in the District level Table Tennis Competition held at Essar International School, Surat on 22nd Aug 2012.

There were a total of 66 participating students at this district level tournament and the best of them were to be selected for the state level competition. Overall, 15 students were selected out of the total 66. Out of these 15, 10 students were selected from the Atmiya Vidya Mandir team at the end of this tournament.

Following is the list of students selected for state level competition from the school.


Sr. No.
Name of the student
Category
1
Bonny U Patel
Under  - 14
2
Uttam P Italiya
Under  - 14
3
Utkarsh P Patel
Under  -  17
4
Amit M Pandey
Under  -  17
5
Vishesh S Mistry
Under   - 17
6
Harsh L Sarda
Under   - 17
7
Rushi R Patel
Under   - 19
8
Jil H Patel
Under   - 19
9
Denish K Patel
Under   - 19
10
Krutarth J Patel
Under   - 19
Coach :- Mr. Devang Hariyani
Manager :- Mr. Ritesh Desai
Sports In Charge:- Mr. Ramakar Dubey
Sports Coordinator :- Mr. Tarun Pandya
Submitted by: AVM Sports Team