Sunday, November 8, 2009

''सफलता का एक आधार''

''सफलता का एक आधार''

मैं लगातार,मेरा नाम लगातार,
मैं बार-बार और मैं ही हर बार।
मैं नहीं कहता कि,मैं ही हूं.....
पर,मैं कहता हूं कि,मैं भी हूं,
सफलता का एक आधार।।

मैं लगातार,मेरा नाम लगातार,
मैं बार-बार और मैं ही हर बार।
जिसकी इच्छा अभी अधुरी है,
तो वहां मेरा होना ज़रुरी है।
सफलता चाहे वो बुरी हो,
या
अच्छाईयों से भरी-पूरी हो,
जो सदा मुझे अपनाता है,
उसे
सफलता देना मेरी मजबुरी है।।
मुझे निरन्तरता भी कहते है।
निरन्तरता काम है,निरन्तरता सम्मान है।
निरन्तरता विश्राम है,
वास्तव में
निरन्तरता ही आराम है।।
ये तप है,तपस्या है,
जीवन का विकास है।
ये जिस-जिस के पास है,
दुनियां मे वो ही खा़स है।।
निरन्तरता के तपस्वी को
हर मुकाम पर शाबाश है
निरन्तरता के तपस्वी को
हर मुकाम पर शाबाश है।।


Submitted By: Pushpak Joshi

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